ना बनाओबेबकुफ

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ना बनाओ बेबकुफ

मंगलवार, 15 सितंबर 2015

हिनदु की आसथा

हम आज कहाँ पर खडे है कोई बतायेगा ,कल तक हम कहते थे ,दुसरे लोग हमारे धरम का मजाक उडाते है हिनदु धरम मे जैन बुद्ध सिख सभी शामिल होते है सभी धर्मों के गुरु अहिसां का मार्ग बताते है जीव हत्या पाप बताते है,पर जब शिव सेना व मनसे जैन धर्मों के मनदिर के बाहर माँस बेच रहे है यह कया शिवाजी ,शिव जी ओर गणपति बपपा ने कहा ,कया वह इन के कुकृतय से खुश होगे , बहुत ही शर्मनाक बातें हुई ,यह हिनदु धरम मे आस्था रखने वाले करेगे तो बाक़ी कया करेगे,अब बेबकुफ बनने का जमाना नही सब जगह लोग जागृत हो रहे है ,कम से कम पर्यावरण दिवस का सममान रखना चाहिये ,कया आगे वाले गणपति बपपा के कार्य करम पर आप को कोई अफ़सोस नही होगा कि आप ने उन के आने से पहले कितना घरणित कार्य किया ,सोचिये ,कया यह सही किया कयो किया कि आप को भगवान सुखद आशीर्वाद देगा कही ना कही भगवान कोई कषट,दे कर आप को बतायेगा कि आप कितने सही है,धरम को मानने वालो को यह घर्रणा कार्य नही करना चाहिये ,अगर करा तो कयो सोचुये