ना बनाओबेबकुफ

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ना बनाओ बेबकुफ

मंगलवार, 1 दिसंबर 2015

यह अब सब को करना ही चाहिये

हम सब को अब जागना होगा कयोकि बहुत लोगो ने जगाया ,इसलिये जागना जरुरी नही जागे तो फिर वही होगा चिड़िया चुग गई खेत अब पचहताये कया होगा,,,,,सच सच होता है , यह कोई असहनसीलता मे नही हो रहा कोई ना समझे यह किसी पर कहा गया है जिसने कहा उस की बात को बताया जा रहा है हम लोग देर मे किसी की मदद करने मे कयो जागते है भगवान पर कोई बोलता है बहुत से तुरनत जागते है अब यह भगवान के लिये नही गरीबो की मदद के लिये है उठाओ कदम बता दो कितने दरियादिल हो इधर उधर पैसा बरबाद ना करो उस जगह लगाओ गरीब या किसी का भला हो  देश के जवानों के काम आये तब तो जाने यह कया एक फ़िल्म के ४००₹ व ५००₹ का टिकट खरीद कर अपनी रईसी दिखादी किसी अस्पताल मे किसी एेसे मरीज की मदद करो जो धन की कमी की वजह जीवन ओर मृत्यु से लड रहा हो फ़िल्म देखनी है तो २०₹ या ५०₹ तक का टिकट ही सही है ,जरुरी नही की ५००/-₹ ३००₹ का टिकट ख़रीदो इतने ₹ मे अपने बचचे को या १० बचचो को चाट पकड़ी आईस क्रीम खिला कर उन का दिल खुश करोगे तो वह आप सब को दुआ देगा अब सब इस बात को समझते हुये सब को इस बात के लिये जागिये हम लोग फ़िल्म देखे शराब कबाब की पार्टीयाँ व मनाये ओर कहे हमें ही दुनिया के सब से बडे लोगो मे है यह अब बनद होना चाहिये बग़ल मे दवाई लडकी करने लगे गुलचरछे। यह भी तो सोचो हम लोगो के पैसे से यह दुनिया घुमते है ना ३००/- ₹ का टिकट लेगे ना यह हम पर ही किसंजे कसेंगे यह अब हम सब को मिल करना होगा दोसतो यह एक व्यक्ति एक जाति या धरम का भला  नही होगा सब का भला होगा